जी नमस्ते , आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल शनिवार (१३-0६-२०२०) को 'पत्थरों का स्रोत'(चर्चा अंक-३७३१) पर भी होगी। आप भी सादर आमंत्रित है -- अनीता सैनी
आपकी रचनाएं अद्भुत होती हैं दीपशिखा जी । इनके शब्दों को पढ़ लेना ही पर्याप्त नहीं होता । इनके तो अक्षर-अक्षर को अनुभूत करना होता है जिसके उपरान्त वे किसी भावुक हृदय की गहनता में जाकर ओझल हो जाते हैं ।
बहुत सुंदर रचनाए है आपकी हाल ही में मैंने ब्लॉगर ज्वाइन किया है आपसे निवेदन है कि आप मेरे ब्लॉग पढ़े और मुझे सही दिशा निर्देश दे https://poetrykrishna.blogspot.com/?m=1 Dhnyawad
गजब की रचना आपका पोस्ट लगाने का अंदाज बेहद अनोखा और लाजवाब है. मीनिंग बताने वाली बात भी बहुत खूब है. पहली बार पढ़ा आपको बहुत अच्छा लगा.
मैंने ऐसे विषय पर; जो आज की जरूरत है एक नया ब्लॉग बनाया है. कृपया आप एक बार जरुर आयें. ब्लॉग का लिंक यहाँ साँझा कर रहा हूँ- नया ब्लॉग नई रचना ब्लॉग अच्छा लगे तो फॉलो जरुर करना ताकि आपको नई पोस्ट की जानकारी मिलती रहे.
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अप्रतिम...प्रेम का अनहद नाद।
ReplyDeleteबहुत दिनों बाद आपकी रचना पढ़ने मिली दीपा जी मन प्रसन्न हुआ।
सादर आभार आदरणीया श्वेता जी ।
Delete
ReplyDeleteजी नमस्ते ,
आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल शनिवार (१३-0६-२०२०) को 'पत्थरों का स्रोत'(चर्चा अंक-३७३१) पर भी होगी।
आप भी सादर आमंत्रित है
--
अनीता सैनी
सस्नेह धन्यवाद सखी ।
Deleteबहुत सुंदर अभिसार गीत! बधाई और आभार!!!
ReplyDeleteसादर आभार सर ।
Deleteबहुत सुन्दर और भावप्रवण।
ReplyDeleteसादर आभार आदरणीय डॉ साहब ।
Deleteआपकी रचनाएं अद्भुत होती हैं दीपशिखा जी । इनके शब्दों को पढ़ लेना ही पर्याप्त नहीं होता । इनके तो अक्षर-अक्षर को अनुभूत करना होता है जिसके उपरान्त वे किसी भावुक हृदय की गहनता में जाकर ओझल हो जाते हैं ।
ReplyDeleteसादर आभार आदरणीय माथुर जी । सर आपकी प्रतिक्रिया व सराहना के लिए आपका हार्दिक आभार । निसन्देह आपके द्वारा की गई हर टिप्पणी मेरा मार्गदर्शन करती है ।
Deleteसच कहा है सभी ने बहुत ही सुंदर रचना है, बधाई हो
ReplyDeleteस्स्नेह आभार ।
Deleteभावपूर्ण अप्रितम लेखन दीपा जी | मधुर सुकोमल शब्दावली बहुत मनमोहक है |
ReplyDeleteसस्नेह धन्यवाद प्रिय रेणु जी ।
Deletewaah bahut khoob
ReplyDeleteसस्नेह धन्यवाद ।
Deleteबहुत सुंदर।
ReplyDeleteसस्नेह धन्यवाद प्रिय ज्योति ।
Deleteबहुत सुंदर और भावपूर्ण रचना ।
ReplyDeleteसादर आभार
Deleteबहुत सुंदर रचनाए है आपकी
ReplyDeleteहाल ही में मैंने ब्लॉगर ज्वाइन किया है आपसे निवेदन है कि आप मेरे ब्लॉग पढ़े और मुझे सही दिशा निर्देश दे
https://poetrykrishna.blogspot.com/?m=1
Dhnyawad
sure dear..I wish you all the best.
DeleteThis comment has been removed by the author.
ReplyDeleteBeautiful
ReplyDeletethanks dear
Deleteपाहुन से मनप्राण संवाद ... क्या बात है दीपा जी... बहुत खूब
ReplyDeleteThanks for your kind words
Deleteसुन्दर सृजन
ReplyDeleteगजब की रचना
ReplyDeleteआपका पोस्ट लगाने का अंदाज बेहद अनोखा और लाजवाब है.
मीनिंग बताने वाली बात भी बहुत खूब है. पहली बार पढ़ा आपको बहुत अच्छा लगा.
मैंने ऐसे विषय पर; जो आज की जरूरत है एक नया ब्लॉग बनाया है. कृपया आप एक बार जरुर आयें. ब्लॉग का लिंक यहाँ साँझा कर रहा हूँ-
नया ब्लॉग नई रचना
ब्लॉग अच्छा लगे तो फॉलो जरुर करना ताकि आपको नई पोस्ट की जानकारी मिलती रहे.
Wow kya post likha hai aapne bahut acha lga aapka ye Post
ReplyDeletescience, technology computer ki knowledge ke liye vigyantk.com pr jarur aaye
bhojpuri si mithas hai is rachna me
ReplyDeleteJude hmare sath apni kavita ko online profile bnake logo ke beech share kre
ReplyDeletePub Dials aur agr aap book publish krana chahte hai aaj hi hmare publishing consultant se baat krein Online Book Publishers
बहुत सुन्दर प्रस्तुति
ReplyDeleteभावपूर्ण नवयुगीन सृजन !
ReplyDeleteबहुत ही सुंदर भावपूर्ण रचना
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