Wednesday, November 28, 2018

पदचाप









26 comments:

  1. वाह !!बहुत ख़ूब सखी👌

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    1. सस्नेह धन्यवाद सखी।

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  2. विरह निशि के बाद, मधुर मिलन अब पास है....
    आपकी लिखी पंक्तियाँ और मनोहारी प्रस्तुति की जितनी भी तारीफ़ करूँ कम होगी। आप अत्यंत ही सफल लेखिका के रूप में उभरें यही कामना है। बहुत-बहुत बधाई ।

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    1. शुभकामनाओं के लिए स्स्नेह धन्यवाद पुरषोत्तम जी।

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    1. साभार धन्यवाद आदरणीय जोशी जी।

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  4. बहुत ही बेहतरीन रचना दीपशिखा जी

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    1. साभार धन्यवाद अनुराधा जी

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  5. बहुत ही सुन्दर और भावपूर्ण रचना

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    1. सभार धन्यवाद अभिलाषा जी।

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  6. बेहद खूबसूरत

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    1. साभार धन्यवाद आदरणीया मीना जी।

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  7. बहुत सुंदर दीपशिखा जी !

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    1. स्स्नेह धन्यवाद नीरज।

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  8. डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री जी लिकं की चर्चा के 3171 अंक में मेरी रचना को स्थान देने के लिए आपका हार्दिक आभार।

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  9. श्वेता जी मेरी रचना को अपने ब्लॉग "पांच लिंकों का आनंद" में स्थान देने के लिए आपका हार्दिक आभार।

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  10. बहुत सुंदर रचना, दीपशिखा दी।

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  11. वाह!!बहुत सुंदर !!

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    1. साभार धन्यवाद

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  12. अलग अंदाज की अदायगी सुंदर शब्द संयोजन अप्रतिम अवगूंठन।
    बहुत प्यारी रचना।

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    1. साभार धन्यवाद कुसुम जी |

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  13. बहुत खूबसूरत रचना

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    1. साभार धन्यवाद लोकेश जी

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  14. मिलन की आकांक्षा को संजोये प्रतीक्षित मन की व्याकुलता को सजीवता से दर्शाती मार्मिक रचना प्रिय दीपा जी | सस्नेह बधाई और शुभकामनायें |

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    1. साभार धन्यवाद आदरणीया रेनू जी।

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ओ पाहुन.....