वाह...ये गीत पढ़ना एक मधुर अनुभव रहा I
Thanks neeraj
सादर आभार आदरणीय ।
ब्लॉग बुलेटिन की दिनांक 26/05/2019 की बुलेटिन, " लिपस्टिक के दाग - ब्लॉग बुलेटिन “ , में आप की पोस्ट को भी शामिल किया गया है ... सादर आभार !
वाह ! लाज़बाब प्रिय सखी सादर
मधुर गीत...
सादर आभार आदरणीया ।
सुमधुर श्रन्गार
वाह!!बहुत खूबसूरत गीत!
सस्नेह धन्यवाद ।
बहुत बढ़िया
बहुत सुंदर अभिव्यक्ति, दीपशिखा दी।
सस्नेह धन्यवाद प्रिय ज्योति ।
Beautiful write up.
Thanks sir.
This is beautiful:)
Thanks
नयनों की मधुशाला से चालकता खुमार .... किस किस को भेदेगा ये खुमार ...बहुत लाजवाब ...
बहुत खूबसूरत
सुन्दर अभिवयक्ति
वाह...ये गीत पढ़ना एक मधुर अनुभव रहा I
ReplyDeleteThanks neeraj
Deleteसादर आभार आदरणीय ।
ReplyDeleteब्लॉग बुलेटिन की दिनांक 26/05/2019 की बुलेटिन, " लिपस्टिक के दाग - ब्लॉग बुलेटिन “ , में आप की पोस्ट को भी शामिल किया गया है ... सादर आभार !
ReplyDeleteसादर आभार आदरणीय ।
Deleteवाह ! लाज़बाब प्रिय सखी
ReplyDeleteसादर
मधुर गीत...
ReplyDeleteसादर आभार आदरणीया ।
Deleteसुमधुर श्रन्गार
ReplyDeleteसादर आभार आदरणीय ।
Deleteवाह!!बहुत खूबसूरत गीत!
ReplyDeleteसस्नेह धन्यवाद ।
Deleteबहुत बढ़िया
ReplyDeleteबहुत सुंदर अभिव्यक्ति, दीपशिखा दी।
ReplyDeleteसस्नेह धन्यवाद प्रिय ज्योति ।
DeleteBeautiful write up.
ReplyDeleteThanks sir.
DeleteThis is beautiful:)
ReplyDeleteThanks
Deleteनयनों की मधुशाला से चालकता खुमार .... किस किस को भेदेगा ये खुमार ...
ReplyDeleteबहुत लाजवाब ...
सादर आभार आदरणीय ।
Deleteबहुत खूबसूरत
ReplyDeleteसुन्दर अभिवयक्ति
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