Wednesday, January 02, 2019

अम्बर निशा संवाद














28 comments:

  1. बहुत सुन्दर अम्बर निशा संवाद दीपा जी 👌
    सादर

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    1. सस्नेह धन्यवाद सखी।

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  2. बहुत ही सुन्दर रचना

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    1. सादर धन्यवाद अभिलाषा जी।

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  3. बहुत खूब...
    बहुत ही सुंदर
    अंबर निशा संवाद

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  4. अद्भुत रचना !
    नववर्ष की मंगलकामना आपके और आपके परिवार के लिए!

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    1. सस्नेह धन्यवाद नीरज जी।

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  5. इस प्रकार की कविता का सृजन कवि की रचनाशीलता की ऊंचाइयों को दर्शाता है I
    प्रखर रचनाशीलता का अप्रतिम उदाहरण है ये कविता I

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    1. बहुत-बहुत धन्यवाद नीरज जी।

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  6. हमेशा की तरह एक बार फिर बेहतरीन कविता। कविता अर्थात पद्य लेखन हिंदी को पूर्ण करता है, ऐसे ही लिखती रहें आप।

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    1. सादर आभार रवि जी।

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  7. मिटता जब आस्तित्व मेरा ,जगमगाता ये जहां है
    तुम्ही कहो प्रिये कैसे तोड़ दूँ सृष्टि का ये अटूट विधान मैं !!!!
    बहुत खूब..... प्रेम और विरह की अनुपम प्रस्तुति ,सादर स्नेह दीपा जी

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    1. सस्नेह धन्यवाद सखी ।

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  8. वाह
    बहुत सुंदर सृजन
    बधाई

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    1. सादर आभार आदरणीय ।

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  9. आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल शुक्रवार (04-01-2019) को "वक़्त पर वार" (चर्चा अंक-3206) पर भी होगी।
    --
    सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।
    --
    चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।
    जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।
    --
    हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
    सादर...!
    डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'

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    1. साभार धन्यवाद आदरणीय डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री जी।

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  10. जी नमस्ते,
    आपकी लिखी रचना शुक्रवार ४ जनवरी २०१९ के लिए साझा की गयी है
    पांच लिंकों का आनंद पर...
    आप भी सादर आमंत्रित हैं...धन्यवाद।

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    1. साभार धन्यवाद आदरणीया ।

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  11. बहुत सुंदर काव्यात्मक प्रस्तुति।
    संवाद काव्य गहन और सुघड़।
    बहुत प्यारी रचना ।
    बिंबों का अनोखा प्रयोग... लोह तिमिर और पारस किरणे आदि ..

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    1. साभार धन्यवाद आदरणीया कुसुम जी ।

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  12. बहुत सुन्दर

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    1. साभार धन्यवाद ।

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  13. बहुत सुंदर सृजन
    नये साल कि ढेर सारी शुभकामनाऐ

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    1. सस्नेह धन्यवाद संजय जी। आपको भी सपरिवार नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएँ ।

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  14. सादर आभार।

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  15. प्यार की गहराई व्यक्त करती बहुत सुंदर रचना, दिपशिखा दी। बहुत बढिया।

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    1. सस्नेह धन्यवाद प्रिय ज्योति ।

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ओ पाहुन.....