अल्प विराम
Thursday, June 14, 2018
माँ की व्यथा
2 comments:
Jyoti Dehliwal
2:38 AM
माँ की व्यथा को बहुत ही सुंदर शब्दों में व्यक्त किया हैं आपने।
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pushpendra dwivedi
12:02 PM
waah bahut khoob
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ओ पाहुन.....
ओ पाहुन.....
बेपीर
प्रिय तुम तक कैसे मैं आती.....
प्रिय! तुम तक कैसे मैं आती ..... प्रिय! तुम तक कैसे मैं आत...
माँ की व्यथा को बहुत ही सुंदर शब्दों में व्यक्त किया हैं आपने।
ReplyDeletewaah bahut khoob
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