Friday, September 14, 2018

मत छुओ इन पलकों को





26 comments:

  1. बहुत खूबसूरत अशआर
    बेहतरीन अभिव्यक्ति

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  2. मत छुओ इन पलकों को...
    सुन्दर भावों को पिरोते प्यारी सी रचना।

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  3. Thanks Lokesh ji and Purushottam ji for your kind words.

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  4. बहुत सुंदर।

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  5. The drawing at the start of the poem hijacked my mind space even when I scrolled the page to read the poem and got engrossed in it.
    Bahut hi sundar, taral bhavanaon ka avishkar hai ye aap ki peshkash!

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  6. Thanks Anagha ji for your kind words

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  7. पीड़ा बह जाने दो ...
    बहुत सादगी लिए मन के नाज़ुक भाव लिख दिए हैं ...

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  8. दर्द का सार हैं ये कविता
    बहुत सुंदर।

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  9. आह! ढरक जाएगा पलकों से, दर्द दृश्यमान हो जाएगा।

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  10. Thank you for your kind words.

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  11. बहुत ही सुन्दर और भावपूर्ण रचना

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    1. अभिलाषा जी साभार धन्यवाद।

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  12. सुंदर और भावों से भरी रचना शुभकामनाएं दीपशिखा जी

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    1. सुप्रिया जी साभार धन्यवाद।

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  13. सुन्दर भाव आदरणीय ...

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    1. साभार धन्यवाद।

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  14. बहुत सुंदर रचना

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    1. साभार धन्यवाद अनुराधा जी।

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ओ पाहुन.....