अल्प विराम
Tuesday, December 25, 2018
क्यों बन सुधि तुम समाए ह्रदय में.......
क्यों बन सुधि तुम समाए ह्रदय में.......
क्यों बन सुधि तुम समाए ह्रदय में.......
क्यों बन सुधि तुम समाए ह्रदय में.......
क्यों बन सुधि तुम समाए ह्रदय में.......
क्यों बन सुधि तुम समाए ह्रदय में.......
क्यों बन सुधि तुम समाए ह्रदय में.......
Friday, December 07, 2018
झर उठते तुम अश्रु-सुमन क्यूँ हर बार .....
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ओ पाहुन.....
ओ पाहुन.....
बेपीर
प्रिय तुम तक कैसे मैं आती.....
प्रिय! तुम तक कैसे मैं आती ..... प्रिय! तुम तक कैसे मैं आत...