जीवन वन में स्वच्छंद सुमन सी
अंबर चुंबी हिमश्रृंगों सी
विधुत की प्राणमयी धारा सी
माँ गंगा की निर्मल काया सी
स्नेहमयी घन अम्बर जैसी
ममतामयी शीतल समीर सी
विशाल हृदयी अथाह सागर जैसी
माँ की छवी परम पावन सी
भौर की प्रथम उज्जवल किरण सी
भौर की प्रथम उज्जवल किरण सी
सघन धूप में छाँव सी
गोधुली में दीपक जैसी
माँ निशापथ में तारक सी
भाषा में स्वर व्यंजन जैसी
भाषा में स्वर व्यंजन जैसी
गीतों में सुर ताल सी
वीणा के मधुर सुरों सी
माँ मुरली की तान सीवेदों के ज्ञान जैसी
गीता के सार सी
गुरमुख की वाणी जैसी
माँ काबा काशी सी
चिर सखी राधा जैसी
पथ दृष्टा सुरदर्शन सी
देव सृष्टि की प्रतिकृति सी
माँ महातरु छाया सी
श्रद्धा की परिभाषा जैसी
जीवन का विश्वास सी
घरा के घैर्य का प्रतिरुप सी
माँ स्र्वज्ञय ज्ञाता सी
हृदय में स्पंदन जैसी
श्वास निश्वास के बंधन
रोम रोम में रुधिर सरिखी
माँ परम कल्याणी सी
देवालय की अनुपम मुरत सी
गिरजा घर की सुखद शान्ति सी
पारस सी शक्ति धारणी
माँ तुम ही परमेश्वर हो
माँ तुम ही परमेश्वर हो
माँ तुम ही परमेश्वर हो
अनुपम ! प्रतिमाओंकी ऐसी कसिदाकारी बहुत दिनों बाद पढने में आई. वरना आजकल तो '१९४२'का 'एक लड़की को..' सुनकर ही काम चला लेते हैं. :)
ReplyDeleteVery touching, most appropriate words used with great discretion and precision.
ReplyDeleteBahut achi lagi aapki kavita.
Thanks
M. R.
Very nicely written with typical hindi.......heart touching.....keep it up
ReplyDeleteHi
ReplyDeleteI am Tarun here, I am planning a Blogcamp in India (Pune), if possible try to make it to it, if not then do try to participate through internet, using Youtube, Slideshare etc.
I have found few other guys who are also very enthusiastic about having a Blogcamp. We are already in process of contacting some good bloggers like you and others on Blogosphere.
The venue will be SCIT Pune (Symbiosis Center for IT). We are already talking to a few people to sponsor food, tshirts and goodies. But all these things are secondary. Success of a Blogcamp is dependent upon it's participants and that is where we are focusing right now.
Do share you thoughts on it.
You can visit our wiki (http://barcamp.org/BlogCampPune).
We also have our blog ( www.blogcamppune.blogspot.com)
Regards,
Tarun Chandel
http://tarunchandel.blogspot.com
PS: I know this is not the right place to put this invitation, but I was not able to find your email id.
bahut achi kavita hai aur bahut hi badiya command hai apka words par. nicely woven. gr8 work
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