Wednesday, January 09, 2019

कामना







44 comments:

  1. बेहतरीन लेखन...बेहतरीन प्रस्तुति ।
    आदरणीया गीता जी, प्रस्तुति की इस विविधता की जानकारी हमें भी दे । कैसे करती है ऐसा सुंदर प्रस्तुति आप?

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    1. सराहना के लिए आपका हार्दिक आभार पुरषोत्तम जी।

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  2. बहुत सुन्दर!!!

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    1. साभार धन्यवाद आदरणीय।

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  3. प्रिय सखी दीपशिखा जी बहुत सुन्दर रचना 👌
    वैसे तो आप की हर रचना बहुत ही शानदार होती है हर शब्द सार्थक और अपने पूर्ण अस्तित्व के होता है, आप का लिखने का अंदाज बहुत सुन्दर है
    सादर आभार

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    1. सस्नेह धन्यवाद सखी ।

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  4. सुंदर रचना !

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    1. सस्नेह धन्यवाद नीरज।

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  5. बहुत सुन्दर ...
    हर छंद सार्थक अंदेश लिए ... सादगी से कहता हुआ ...

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    1. सादर आभार दिगम्बर जी।

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  6. बेहतरीन रचना

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    1. सादर आभार सखी ।

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  7. नमस्ते,

    आपकी यह प्रस्तुति BLOG "पाँच लिंकों का आनंद"
    ( http://halchalwith5links.blogspot.in ) में
    गुरुवार 10 जनवरी 2019 को प्रकाशनार्थ 1273 वें अंक में सम्मिलित की गयी है।

    प्रातः 4 बजे के उपरान्त प्रकाशित अंक अवलोकनार्थ उपलब्ध होगा।
    चर्चा में शामिल होने के लिए आप सादर आमंत्रित हैं, आइयेगा ज़रूर।
    सधन्यवाद।

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    1. साभार धन्यवाद रविन्द्र जी।

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  8. ब्लॉग बुलेटिन की दिनांक 09/01/2019 की बुलेटिन, " अख़बार की विशेषता - ब्लॉग बुलेटिन “ , में आप की पोस्ट को भी शामिल किया गया है ... सादर आभार !

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    1. साभार धन्यवाद शिवम जी।

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  9. प्रिय दीपा जी -- प्रिय को सब मन की बातें बड़ी सरलता से और सहजता से बड़ी सादगी से कहती ये रचना आपके सुंदर काव्य कौशल का उत्तम नमूना है | छायावादी कवियों की याद दिलाती शैली बहुत ही बढिया और मनमोहक है |मेरी ढेरों शुभकामनाएं|

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    1. सादर आभार आदरणीया रेनू जी।

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  10. बहुत खूब.......
    बेहतरीन रचना आदरणीया

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    1. साभार धन्यवाद रविन्द्र जी।

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  11. वाह्ह्ह.. लाज़वाब भावपूर्ण सुंदर सृजन👌

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    1. सादर आभार आदरणीया श्वेता जी।

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    1. साभार धन्यवाद ।

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  13. First I read it silently and then the poem made me read it aloud once again. Fir bhi laga...ki dil abhi bhara nahi!
    Lovely creation.

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  14. बहुत सुंदर रचना..........,नारी की बस यही तो कामना होती है, सादर स्नेह...

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    1. सस्नेह धन्यवाद सखी।

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  15. आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल शुक्रवार (11-01-2019) को "विश्व हिन्दी दिवस" (चर्चा अंक-3213) पर भी होगी।
    --
    सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।
    --
    चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।
    जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।
    --
    हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
    सादर...!
    डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'

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    1. साभार धन्यवाद आदरणीय डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री जी।

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  16. बहुत ही लाजवाब....
    वाह!!!

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  17. Your poems are so beautiful always touches my heart.

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  18. Replies
    1. साभार धन्यवाद।

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  19. सुन्दर भावों के साथ लाजवाब रचना।

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  20. मोहब्बत का खूबसूरत एहसास।
    मेरे ब्लॉग पर आपका स्वागत है।
    http://iwillrocknow.blogspot.com/

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  21. साभार धन्यवाद ।

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  22. वाहः बहुत उम्दा

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    1. सादर आभार आदरणीय ।

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  23. दीपशिखा दी,नारी मन की कामना को बहुत ही खूबसूरती से व्यक्त किया हैं आपने।

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ओ पाहुन.....